कृष्ण जन्माष्टमी, जिसे गोकुलाष्टमी भी कहा जाता है, एक हिंदू त्योहार है जो भगवान कृष्ण के जन्म का जश्न मनाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार यह श्रावण मास में पड़ता है
यह दिन भाद्रपद माह में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।
कृष्ण जन्माष्टमी पूरे विश्व में 2-3 दिनों के दौरान मनाई जाती है। त्योहार के दौरान, 'कृष्ण लीलाओं' में भगवान कृष्ण के जीवन का नाटक-नृत्य बजाया जाता है
इस बार अष्टमी तिथि का आरंभ 18 अगस्त को रात्रि में हो रहा है. इस वजह से कुछ लोग 18 अगस्त को व्रत रखेंगे. वहीं कुछ उदया तिथि की मान्यता के अनुसार, 19 अगस्त को व्रत रखेंगे.
अष्टमी तिथि का आरंभ 18 अगस्त को रात 9 बजकर 20 मिनट से हो रहा है. जबकि अष्टमी तिथि की समाप्ति 19 अगस्त को रात 10 बजकर 59 मिनट पर हो रही है
कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार गुरुवार, 18 अगस्त को मनाया जाएगा. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के भक्त उपवास रखते हैं
इसके बाद पुन: रात 12 के बाद श्रीकृष्ण की पूजा करें उन्हें झूला झुलाएं और आरती करें। इसके बाद सभी में प्रसाद बाटें। जन्माष्टमी के दिन पूजा के बाद भजन-कीर्तन भी किए जाते हैं